महाभारत पर आधारित द्विपार्थ उवाच व केशव उवाच
महाभारत पर आधारित द्विपार्थ उवाच व केशव उवाच ~ द्विपार्थ-उवाच् ~ धरती की कोख में बीज युद्ध के बोकर हँस रहे हो सखा सबकी आँख भिगोकर जानता हूँ वासुदेव तुम्हारी…
महाभारत पर आधारित द्विपार्थ उवाच व केशव उवाच ~ द्विपार्थ-उवाच् ~ धरती की कोख में बीज युद्ध के बोकर हँस रहे हो सखा सबकी आँख भिगोकर जानता हूँ वासुदेव तुम्हारी…
भगवान श्री राम के संघर्षशील जीवन को समर्पित कविता - श्री राम कविता राम होना भी कोई खेल नही सिर्फ नीति धर्म का ही मेल नही मर्यादा को भी समविष्ट…
तुम्हारे साथ होने का एहसास अलग ही होता है आभास ही नहीं होता मुझे किसी भी दुःख का इक चमक होती है मेरी आंखो में... तुम्हारे गालों पर पड़े डिम्पल…