![ab tum hi ho](https://likhobharat.com/wp-content/uploads/2021/06/ab-tum-hi-ho-300x151.jpg.webp)
![मीनू हरीश](https://likhobharat.com/wp-content/litespeed/avatar/37bfa83a0163665e5ba1291cee79ea10.jpg?ver=1721457103)
अब तुम ही हो
“अब तुम ही हो” जब भी तुमसे मै मिलती हूँ ऐसा लगता है के जैसे तुम ही हो मेरी दुनिया मेरा सबकुछ अब तुम ही
“अब तुम ही हो” जब भी तुमसे मै मिलती हूँ ऐसा लगता है के जैसे तुम ही हो मेरी दुनिया मेरा सबकुछ अब तुम ही
“लिखो भारत” की सभी पोस्ट सीधे ई-मेल पर प्राप्त करने के लिए अपना ई-मेल पता यहाँ लिखें।
पूर्णतया निशुल्क है।
यदि आप लेखक या कवि हैं तो अपने विचारों को साहित्य की किसी भी विधा में शब्द दें।
लिखिए और अपनी रचनाएं हमें भेजिए।
आपकी रचनाओं को लिखो भारत देगा नया मुकाम, रचना भेजने के लिए यहाँ क्लिक करें।
Likhobhart.Com
An Initiative By Kumar Harish
“सर्वाधिकार सुरक्षित” इस वेबसाइट पर प्रकाशित रचनाओं का कोई भी हिस्सा किसी भी रूप में या किसी भी माध्यम, जिसमें सूचना संग्रहण और सूचना संसाधन की विधियाँ सम्मिलित हैं, प्रकाशक, संपादक या लेखक की लिखित पूर्वानुमति के बिना उपयोग या पुनरुत्पादित नहीं किया जा सकता। प्रकाशित रचनाओं का कॉपीराइट प्रकाशक, संपादक या लेखक के पास सुरक्षित है। अतः कंटेंट चोरी का प्रयास नहीं करें। ऐसा कृत्य भारतीय कॉपीराइट अधिनियम, 1957 की धारा 57 व 63 के अंतर्गत अपराध की श्रेणी में आता है। अतः कॉपी नहीं शेयर करें !!