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जादू कलम का 

atal
कविता
कुमार हरीश

जब नही रहे अटल

“अटल बिहारी वाजपेयी को सादर नमन अर्पित करती कविता” नेत्र चक्षु और पटल बह रहे हैं बस अटल भीगते नयन पटल जब नही रहे अटल

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