~ सुभाष चन्द्र बोस पर कविता ~
सत्य कहां तक झुठलाया जायेगा,
भ्रम और कितना फैलाया जायेगा,
कब तक नेता जी की हत्या को
हादसा बतलाया जायेगा…
कब तक काले सच से
मुंह छिपाएंगे,
और झूठ
कितना फैलाएंगे,
ये सत्ता के भूखे दलाल,
इतिहास के बूढ़े पन्नों पे
अपने कपट की काली स्याही,
और कितनी फैलाएंगे…
कब तक फाइले छिपाई जाएंगी,
कब तक आवाज हिन्द की
दबाई जायेगी,
कब तक गुमनामी बाबा के पास
मिली चिट्ठियां,
आजाद देश में झुठलाई जाएंगी….
कब तक वंचित रखा जायेगा
सम्मान से सुभाष को,
कब तक बोस की वर्दी
छिपाई जायेगी,
आजाद देश में आजादी के
असली नायक की
अमर कहानी
कब सुनाई जायेगी….
– पं. शिवम् शर्मा
रूरा, कानपुर देहात, उत्तर प्रदेश
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This Post Has 2 Comments
बहुत खूब।
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