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शिक्षा का अधिकार

~ शिक्षा का अधिकार ~

शिक्षा का अधिकार विषय पर कविता

संविधान ने सबको दिए, कुछ उनके प्राधिकार।
उनमें से ही एक है अपना, शिक्षा का अधिकार।।

भाग 3 अनुच्छेद 21A, में वर्णन मिल जाता है।
पढ़ने लिखने को,मौलिक अधिकार बतलाता है।।

6 से 14 साल का कोई ,रहे ना अनपढ़ बच्चा।
रह ना जाए कोई अपना, देखो अनगढ़ कच्चा ।।

अमीर गरीब का भेद नहीं , सब कोई एक समान।
ज्ञान अर्जन सबको करने का, हक है व प्रावधान।।

शिक्षा का महत्व बहुत है , सारे अवगुण धोती है।
कितना भी हम पढ़ लें पर, कभी न पूरी होती है।।

अधिकारों का ज्ञान मिले, कर्तव्य बोध कराती है।
शिक्षा जग में मान-सम्मान, आज हमें दिलाती है।।

अज्ञानी को ज्ञान मिले, मूर्ख बुद्धिमान हो जाता।
ज्योंं प्रकाश के अंश मात्र से, अँधेरा ख़त्म हो जाता ।।

अब शिक्षा जीना सिखलाती है, एवं महान बनाती।
बिन शिक्षा हम पशु समान, है सबको ये बतलाती ।।

शिक्षा एक अनमोल रत्न, है जिसको भी मिल जाता।
ज्यों अमृत रूपी जल पी कर, नवल पुष्प खिल जाता।।

भूतकाल में भी देखो, है जिक्र इसका मिल जाता।
शिक्षा सर्वोपरि यहां थी, पाकर शिष्य खिल जाता ।।

त्रेता में विश्वामित्र के जब राम शरण में आते हैं ।
उस दम पे रावण तारका को परलोक भिजवातें हैं ।।

शिक्षा के बलबूते हीं वो मर्यादा पुरुषोत्तम कहलाए।
जिनें का तब पाठ पढ़ाया, व विनय के गुण सिखलाए ।।

द्वापर में शिक्षा को पा,कान्हा दुष्टों का वध करवाते हैं ।
गीता का था पाठ पढ़ाया,  व जग को पथ दिखलाते हैं ।।

बोध ज्ञान को पा कर के ,सिद्धार्थ बुद्ध बन जाते हैं।
घूम घूम के सारे जग में, प्यार का अलख जगाते हैं ।।

कलयुग में भी आर्यभट्ट हमें अंकगणित सिखलाते हैं l
जिसके बूते पूरे विश्व जगत में, आज वह जाने जाते हैं।।

देश भी अपना आगे बढ़ेगा,सर्व अधिकार जो सम होगा।
सबको मिले पढ़ने का अवसर, हमें खाना एक कसम होगा।।

देश उन्नति के है खातिर तीन नीति यह खास।
सबका साथ सबका विकास, हो सबका विश्वास।।

अब हमें विकलांगों को भी मुख्यधारा में लाना होगा।
कमजोरों को अब हमको, मिल के सबल बनाना होगा।।

जब सर्व शिक्षित हो जाएंगे,एक दिन ऐसा भी आएगा।
विश्व पटल पर फिर से भारत, सा विश्व गुरु बन जाएगा।।

राहुल कुमार सिंह 

नवी मुंबई (महाराष्ट्र)

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This Post Has One Comment

  1. nirajkikalamse

    राहुल जी,
    सर्वश्रेष्ठ लेखन के लिए आपको हृदय तल से आभार और बधाई।

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